सुनामी क्या होता हैै what is tsunami
what is tsunami |
जब धरती हिलती है तो भूकंप आता है और जब यही भूकंप
समुद्र में आता है तो सुनामी बन जाता है। यानी समुद्र में उठा तूफान ही सुनामी कहलाता है।
समुद्री तुफान को जापान में सुनामी कहा जाता है। जापानी भाषा में ‘सु’ का मतलब समंदर और ‘नामी’ का मतलब लहरें होता है। पूरी दुनिया में जापान को ही सुनामी के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाका माना जाता है।
जापान में अब तक लगभग 200 बार सुनामी अपना कहर बरपा चुका है। जब समंदर के गर्भ में तेज हलचल होती है तो समंदर की ऊंचा-ऊंची लहर समंदर के किनारों को अपनी चपेट में ले लेती हैं। हालांकि जब समंदर में ज्वार आता हो तो भी समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठती हैं।
समंदर में ज्वार आने की वजह चांद, सूरज और ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव होता है। लेकिन सुनामी की वजह गहरे समंदर पर भूकंप का असर ही होता है। सुनामी उठने के पीछे तो कई कारण होते हैं लेकिन सबसे असरदार कारण समुद्री भूकंप होता है। इसके अलावा जमीन धंसने, ज्वालामुखी फटने, किसी तरह का विस्फोट या कभी-कभी उल्कापात के असर से भी सुनामी लहरें उठती हैं।
सुनामी की लहरें दरअसल तरंगों की शक्ल में होती हैं। जब सुनामी बीच समंदर में होती हैं तो हलचल समंदर की गहराई में होती है। लेकिन जैसे-जैसे तरंगे किनारों की तरफ बढ़ती हैं, तो लहरों का निचला हिस्सा जमीन को छूने लगता है,
तब इनकी गति कम हो जाती है, लेकिन ऊंचाई बढ़ जाती है। इन लहरों की गति 400 किलोमीटर प्रति घंटा और ऊंचाई 10 से 17 मीटर तक या उससे ज्यादा भी हो सकती है। ऐसी हालत में जब ये किनारे को टक्कर मारती हैं तो जानमाल की भीषण तबाही होती है।
लेकिन हर भूकंप से सुनामी लहरें बने ये जरूरी नहीं। इसके लिए भूकंप का केंद्र समुद्र के अंदर या उसके आस-पास होना जरूरी है। वैज्ञानिक सुनामी के बारे में सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकते। धरती की जो प्लेट्स या परतें जहां-जहां मिलती हैं वहां के समुद्र में सूनामी का खतरा ज़्यादा होता है।
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